Monday, December 22, 2014

उम्मीद

हाल में अफ्रीका के दौरे पर ली पिक्चर

उम्मीद 

जहां तक नजर जाती है
जीवन में सिर्फ रिक्तता नजर आती है
सुनहरी धूप में जैसे भरा हो कालापन
गुनगुनाती हवाओं में जैसे तैरता हो सूनापन  
दूर तक फैला ये रेत का समंदर 
जमीं के किनारो से उभरते लम्हों को टटोलती नजर 
पता नही क्षितिज के उस पार क्या छिपा है 
शायद आने वाला कल आज से बेहतर होगा 
बस मेरा संसार इसी उम्मीद पर टिका है  

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